बलिया: बैरिया निवासी धनंजय सिंह ने पत्र के माध्यम से मनोज सिंह के कथित फर्जीवाड़े की बलिया जिलाधिकारी को दी जानकारी, अभी तक गिरफ्तारी न होने पर खड़े किए कई सवाल
बलिया । बैरिया निवासी धनंजय सिंह ने बलिया जिलाधिकारी को पत्रक देकर करण छपरा निवासी मनोज सिंह के फर्जीवाड़े से अवगत कराते हुए तत्काल गिरफ्तारी की मांग किया, धनंजय सिंह ने पत्रकारों से बताया कि मनोज सिंह बड़े स्तर पर पूर्व से ही फर्जीवाड़ा करता आया है और शासन प्रशासन की आंखों में धूल झोंकर चकमा देता आया है , धनंजय सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बावजूद अभी तक मनोज सिंह की गिरफ्तारी नहीं हुई जो कहीं ना कहीं कई प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है , धनंजय सिंह ने कहा कि आज हम जिलाधिकारी को पत्रक के माध्यम से मनोज सिंह की सारी फर्जी गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दिया, आशा करते हैं की जिलाधिकारी बलिया द्वारा मनोज सिंह की अविलंब गिरफ्तारी होगी। ज्ञात हो कि बलिया के कर्ण छपर निवासी मनोज सिंह पर यह आरोप है कि मनोज सिंह ने अपने फेसबुक पर-18-नवंबर- 2023-को एक फोटो पोस्ट किया था जिसमें उसने लिखा की-17नवंबर 2013 को मै उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य-सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्रा जी से आज मिलकर कई विषयों पर चर्चा किया जब इस पोस्ट को सबने देखा तब सभी को ध्यान आया कि जिस स्थान का फोटो मनोज कुमार सिंह ने फेसबुक पर डाला है वह उत्तर प्रदेश सरकार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी जी के कालिदास मार्ग का निवास स्थान है तब इस फोटो की जानकारी मै प्राप्त करने लगा पताचला कि यह फोटो दिसंबर -2022-का उस समय का है जब उत्तर-प्रदेश सरकार के मुख्य-सचिव के कार्य का विस्तार हुआ था और यह शिष्टचार वश मिलने के लिए मुख्यमंत्री जी से उनके आवास पर गए थे इस पूरी सूचना को खोजने में मुझे लगभग-10-दिन लग गए थे मैं बरिया में रहता हूं इसलिए मनोज सिंह के पूर्व के कुकृत्यों को भली-भांति जानता था सन-2002-से पहले एक फर्जी कागज लेकर मुख्य-सचिव का प्रतिनिधि बनकर पुलिस लेकर डाक बंगले में रहने लगा और घूमने लगा तब बलिया पुलिस ने जांच पड़ताल करके इसे जेल में डाल दिया था इसके बाद वह मुंबई भाग गया और जहां मादक पदार्थों के देश विरोधी काम करने लगा और फिर उसके ऊपर मुकदमा हुआ और पुलिस ने मुंबई से भगा दिया फिर उत्तर-प्रदेश में सन- 2012 के बाद समाजवादी पार्टी के सरकार में फर्जी लेटर हेड छापकर पदाधिकारी बनकर धन उगाही करने लगा तब समाजवादी पार्टी ने इसके खिलाफ एफ०आई०आर० (FIR)दर्ज कराया बैरिया क्षेत्र में या जिले के अंतर्गत अनेक लोगों से नौकरी लगाने के लिये नगदी और चेक से पैसा लिए जिसे मैं स्थानीय होने के नाते जानता था मुझे लगा कि फर्जी मनोज कुमार सिंह अब मुख्य-सचिव महोदय का फोटो एडिट कर यह संदेश दे रहा है कि मैं इतना पावरफुल हूं कि मुख्य सचिव मुझे गुलदस्ता भेंट करते हैं अंतत: मैंने इसके विरुद्ध बैरिया थाना जिला बलिया को आवेदन किया तब-8-दिसंबर-2023-को रात्रि-8:23-बजे एफ० आई०आर० (FIR)दर्ज हुआ जिसे-10-दिसंबर -2023-को छापा गया उसके बाद पुलिस के द्वारा मेरी अनेक बार गवाही हुई और फोरेंसिक जांच के लिए नमूने को विज्ञान प्रयोगशाला में रिपोर्ट के लिए भेजा गया है इन सभी जानकारी के बाद पुलिस ने मनोज कुमार सिंह,पुत्र-राम पुकार सिंह निवासी-कर्ण छपरा थाना-दोकटी जनपद-बलिया को दोषी पाया और चार्जसीट न्यायालय में दाखिल कर दी गई इसकी नकल मुझे-21-जून -2025-को प्राप्त हुआ जिसमें फर्जी तरीके से मनोज कुमार सिंह पुलिस की सुरक्षा ले ली थी जो हाई कोर्ट के आदेश पर उत्तर-प्रदेश पुलिस ने हटा दिया, लखनऊ के चटोरी गली में फर्जी तरीके से दुकान चलाता है जहां पर एक पत्रकार बंधु और उनके परिवार के लोगों से स्वयं मारपीट किया था, दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में फर्जी तरीके से पैसे का लेन देन और चेक बाउंस होने के मामले में BW-तथा-NBW हो चुका है,फर्जी तरीके से दर्जा-प्राप्त राज्य मंत्री बनकर महाराजगंज,कुशीनगर वाराणसी, बलिया आदि जिले में अधिकारियों की बैठक लेना और उसको फेसबुक पर डालना उसकी दिन चर्या बन गई थी।आवेदन में प्रार्थी ने आग्रह किया है कि इस तरह के फर्जी फोटो दिखाकर सीधी-साधी और भोली-भाली जनता और समाज के लोगों का शोषण करने वाले के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो।

Comments
Post a Comment