कोलकाता : ED की छापेमारी में भारी संख्या में कैश बरामद, 6 ठिकानों पर रेड में मिले 17करोड़ रुपये की नगदी...
कोलकाता में ED ने छापेमारी कर भारी संख्या में कैश बरामद किया है. ये कार्रवाई एक कारोबारी के घर हुई. ED के अधिकारियों के मुताबिक कारोबारी के घर से 17 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत कोलकाता की एक मोबाइल गेमिंग ऐप कंपनी के प्रमोटरों पर छापेमारी के बाद 17.32 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं. अब इस मामले में सियासत शुरू हो गई है.
CRPF के जवानों ने ED की टीमों को पहुंचाया
CRPF के जवानों ने ED की टीमों को गार्डन रीच, पार्क स्ट्रीट और मोमिनपुर में पहुंचाया. ईडी ने एक बयान में कहा कि 'ई-नगेट्स' गेमिंग ऐप के प्रमोटर आमिर खान और अन्य के खिलाफ छापेमारी की गई है. इसके लिए टीम ने 6 जगहों पर तलाशी ली है.
TMC-BJP के बीच जुबानी जंग शुरू
10 अगस्त को हुई ED की कार्रवाई के बाद तृणमूल कांग्रेस (TMC) और BJP के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है. TMC के वरिष्ठ मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि उनकी पार्टी का आरोपी कारोबारी से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन आरोप लगाया कि ED लोगों के बीच डर फैलाकर निवेशकों को राज्य से दूर करना चाहती है. वहीं भाजपा ने आरोप को खारिज करते हुए कहा कि छापे केवल बेईमान व्यापारियों के खिलाफ थे. साथ ही टीएमसी नेता से पूछा कि क्या उनके पास छिपाने के लिए कुछ है.
जांच में करोड़ों रुपये मिले
वहीं टीएमसी नेता हाकिम ने कहा कि क्या मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में ईडी की जांच पश्चिम बंगाल जैसे गैर-भाजपा दलों द्वारा शासित राज्यों तक सीमित है. अगर जांच में 17 करोड़ रुपये का पता चला है, तो उस पैसे के सोर्स की निश्चित रूप से जांच की जानी चाहिए. साथ ही कहा कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी का क्या, जिन्होंने 7,000 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की थी? उनके (भारत) से जाने से पहले उनका गलत काम क्यों सामने नहीं आया. उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में व्यवसायी हैं और उन्होंने बड़ी मात्रा में धन भी जमा किया होगा.
डर से आते हैं ऐसे बयान
टीएमसी के वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि क्या इसका मतलब यह है कि छापे की कार्रवाई बंगाल जैसे गैर-भाजपा शासित राज्यों के व्यापारियों के खिलाफ की जाएगी. केंद्रीय एजेंसियों द्वारा उत्पीड़न के डर से निवेशकों को बंगाल आने से रोकने के लिए है. इसका पलटवार करते हुए बीजेपी के राज्य प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने दावा किया कि इस तरह के बयान डर से आते हैं. क्योंकि लोग मनी लॉन्ड्रिंग और टीएमसी के बीच गठजोड़ से वाकिफ हैं. साथ ही कहा कि ईडी की छापेमारी सामान्य रूप से व्यापारिक समुदाय के खिलाफ नहीं है. यह केवल बेईमान व्यापारियों के खिलाफ है.
साभार-आजतक

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